झारखंड सरकार की चर्चित "मंईयां सम्मान योजना" (Maiya Samman Yojana) के तहत 52 लाख महिलाओं को हर महीने ₹2,500 की आर्थिक सहायता दी जाती है। हालांकि, जून 2025 की किश्त अभी तक कई लाभार्थी महिलाओं के खातों में नहीं पहुंची है, जिससे महिलाओं में नाराज़गी देखी जा रही है।
क्या है मंईयां सम्मान योजना?
यह योजना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा शुरू की गई थी, जिसमें पहले महिलाओं को ₹1,000 प्रति माह मिलते थे। दिसंबर 2024 से राशि को बढ़ाकर ₹2,500 कर दिया गया है। योजना का उद्देश्य है – ग़रीब, विधवा, परित्यक्ता और अकेली महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना।
ताज़ा अपडेट
- मई महीने की किस्त: लगभग सभी जिलों में भेज दी गई है
- जून माह की राशि: अब तक प्रशासनिक प्रक्रिया चल रही है। कई लाभार्थियों को अभी तक पैसे नहीं मिले हैं
क्यों हो रहा विरोध?
हाल ही में जमशेदपुर में 15,000 से ज्यादा महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि उन्हें जनवरी से मई तक की राशि भी नहीं मिली है।
- बैंक खाते आधार से लिंक नहीं
- दस्तावेज़ अधूरे
- तकनीकी गड़बड़ी
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि 10 दिनों में समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।
कौन ले सकता है योजना का लाभ?
- झारखंड निवासी
- उम्र 18 से 50 वर्ष
- राशन कार्ड धारक (AAY/PHH)
- जिनका परिवार आयकरदाता नहीं है
- सरकारी कर्मचारी या पेंशनधारी
- जनप्रतिनिधियों के परिवार
- पहले से पेंशन योजना का लाभ लेने वाले
सरकार की पहल
योजना को अब झारखंड की FNHW (Food, Nutrition, Health and Wash) पहल से जोड़ा जा रहा है। इससे 32 लाख से ज्यादा महिलाएं स्वंय सहायता समूहों (SHG) के जरिए जुड़ रही हैं। इससे महिलाओं में स्वास्थ्य और स्वच्छता की जागरूकता भी बढ़ रही है।
निष्कर्ष
"मंईयां सम्मान योजना" झारखंड सरकार की एक सराहनीय पहल है, लेकिन किश्तों में देरी और तकनीकी गड़बड़ियों के कारण कई महिलाओं को इसका समय पर लाभ नहीं मिल पा रहा है। सरकार को चाहिए कि वह त्वरित समाधान करे ताकि महिलाओं का भरोसा बना रहे।