अगर आप कर्नाटक SSLC परीक्षा के तीसरे राउंड में शामिल हुए थे, तो अब आपके चेहरे पर मुस्कान लाने का वक्त आ गया है। KSEAB (कर्नाटक स्कूल परीक्षा और मूल्यांकन बोर्ड) ने आखिरकार SSLC Exam 3 Result 2025 जारी कर दिया है।
इस बार रिजल्ट कुछ अलग तरीके से जारी हुआ है — बोर्ड ने 'बेस्ट ऑफ 1, 2 और 3' यानी तीनों परीक्षाओं में से आपका सबसे बेहतर स्कोर फाइनल रिजल्ट में गिना है। यह सिस्टम छात्रों के लिए एक शानदार मौका है, खासकर उनके लिए जो पहले दो बार अपनी उम्मीद के मुताबिक परफॉर्म नहीं कर पाए थे।
रिजल्ट ऐसे चेक करें – आसान स्टेप्स
- सबसे पहले जाएँ karresults.nic.in
- "SSLC Exam 3 Result 2025" लिंक पर क्लिक करें
- अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्म तिथि दर्ज करें
- अब 'Submit' करें और आपका रिजल्ट स्क्रीन पर आ जाएगा
- डाउनलोड करें अपनी मार्कशीट (PDF फॉर्मेट) — इसे भविष्य के लिए जरूर सुरक्षित रखें
नोट: अगर वेबसाइट धीमी हो तो कुछ समय बाद दोबारा कोशिश करें, क्योंकि एक साथ लाखों छात्र लॉगिन कर रहे होते हैं।
इस साल का नया सिस्टम: बेस्ट ऑफ थ्री
इस साल KSEAB ने एक नया सिस्टम अपनाया है — जो छात्र तीनों में से किसी भी राउंड में बैठे थे, उनके तीनों में से सबसे ज्यादा स्कोर को फाइनल माना गया है।
इससे उन छात्रों को भी फायदा मिला है, जिनका पहला या दूसरा प्रयास उतना अच्छा नहीं था।
इससे छात्रों पर अनावश्यक दबाव भी कम हुआ है।
अब आगे क्या?
अगर आपका रिजल्ट आ चुका है, तो सबसे पहला काम:
- ✔️ अपनी मार्कशीट डाउनलोड कर लें
- ✔️ सभी विवरण (नाम, अंक, विषय) एक बार ध्यान से चेक करें
- ✔️ किसी भी गलती की स्थिति में तुरंत अपने स्कूल या बोर्ड से संपर्क करें
अब अगला कदम – स्ट्रीम और करियर
आपने SSLC पास कर लिया — अब बारी है सही स्ट्रीम चुनने की:
Science, Commerce या Arts?
अपने इंटरेस्ट और स्कोर के हिसाब से फैसला लें
PUC, डिप्लोमा, ITI या स्किल-कोर्स
आपके पास कई विकल्प हैं
अपने माता-पिता, सीनियर्स और काउंसलर्स से चर्चा ज़रूर करें
FAQs – आपके मन की बात
हाँ, जो भी छात्र SSLC Exam 3 (2025) में बैठे थे, उनके लिए यह रिजल्ट है।
जी हाँ, बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि आपके तीनों अटेम्प्ट में से सबसे ज्यादा स्कोर को फाइनल माना जाएगा।
आप तुरंत अपने स्कूल या बोर्ड की वेबसाइट पर दिए गए हेल्पलाइन नंबर से संपर्क करें।
निष्कर्ष: मेहनत का फल मीठा होता है!
हर छात्र की SSLC यात्रा अलग होती है — कोई पहले ही प्रयास में सफल हो जाता है, तो कोई तीसरे मौके पर अपनी मंज़िल तक पहुंचता है।
KSEAB का यह नया सिस्टम यह दिखाता है कि बोर्ड छात्रों को सिर्फ परखता नहीं, बल्कि मौका भी देता है खुद को बेहतर बनाने का।
अगर आपने मेहनत की है — तो रिजल्ट चाहे जैसा भी हो, आप काबिल हैं और आगे बहुत कुछ कर सकते हैं।