इंदौर, मध्य प्रदेश का सबसे प्रमुख शहर, 2025 में एक बार फिर चर्चा का केंद्र बना है। स्वच्छता में नंबर 1 की हैट्रिक हो चुकी है और अब विकास, ट्रांसपोर्ट और मौसम की स्थिति को लेकर भी इंदौर देशभर में सुर्खियाँ बटोर रहा है।
स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार आठवीं बार नंबर 1
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024–25 में इंदौर ने एक बार फिर देश का सबसे साफ शहर बनकर दिखाया है। यह लगातार आठवीं बार है जब इंदौर ने यह उपलब्धि हासिल की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पुरस्कार प्रदान किया।
- कचरे की 6 श्रेणियों में वैज्ञानिक वर्गीकरण
- बायो-CNG से पब्लिक ट्रांसपोर्ट
- 3 शिफ्ट में काम करने वाले सफाई मित्र
इंदौर-खंडवा रेल प्रोजेक्ट को मंज़ूरी
अब इंदौर से दक्षिण भारत की यात्रा और आसान हो जाएगी। इंदौर–खंडवा रेल लाइन को अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) मिल गया है। यह प्रोजेक्ट क्षेत्रीय विकास में नई ऊर्जा लाएगा।
मानसून कमजोर, चिंता बनी हुई
जुलाई 2025 के मध्य तक इंदौर में केवल 0.8 इंच बारिश दर्ज की गई है, जबकि सामान्य आंकड़ा 10 इंच के ऊपर होता है।
- तेज़ उमस और गर्मी
- कृषि और जलस्तर पर प्रभाव
- मौसम विभाग के अनुसार जल्द सुधार की उम्मीद
MP ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025 में इंदौर को नई योजनाएँ
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने MP Growth Conclave में इंदौर के लिए नई घोषणाएँ कीं:
- हुकुमचंद मिल का आधुनिक पुनर्विकास
- शहर में ई-बस नेटवर्क का विस्तार
- इंदौर को निवेशकों का नया हब बनाने की दिशा में प्रयास
निष्कर्ष
इंदौर न सिर्फ स्वच्छता में नंबर 1 है, बल्कि यह हर क्षेत्र में एक मॉडल शहर बनता जा रहा है। चाहे वो पर्यावरण हो, ट्रांसपोर्ट, निवेश या स्मार्ट सिटी की योजना – इंदौर हर मोर्चे पर आगे है।