भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक प्रेरणा हैं। इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और निर्णायक वनडे मैच में उन्होंने शानदार शतक लगाकर 4000 वनडे रन पूरे किए और टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
तीसरे वनडे में हरमनप्रीत ने 84 गेंदों में 102 रन की विस्फोटक पारी खेली (11 चौके, 3 छक्के)। यह विदेशी पिच पर भारतीय महिला खिलाड़ी का पहला शतक था। उनकी इस पारी की बदौलत भारत ने 318 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया।
इस मैच में हरमनप्रीत ने अपने 4000 वनडे रन पूरे कर लिए। अब वह मिताली राज (7391 रन) और स्मृति मंधाना (4002+ रन) के बाद तीसरी भारतीय महिला बल्लेबाज़ बन गई हैं जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है।
हरमनप्रीत की अगुआई में भारत ने इतिहास रचा - पहली बार इंग्लैंड में T20 और ODI सीरीज (2-1 से) एक साथ जीती। गेंदबाज क्रांति गौड़ ने 6 विकेट लेकर अहम योगदान दिया।
2009 में डेब्यू करने वाली हरमनप्रीत ने 2017 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 171* रन की यादगार पारी खेली थी। पंजाब के मोगा की यह खिलाड़ी अब भारतीय टीम की सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी और कप्तान हैं।
मुंबई इंडियंस की कप्तान के रूप में हरमनप्रीत ने दो बार WPL खिताब जीता है। 2025 WPL में 350+ रन (150+ SR) के साथ उन्होंने युवाओं को साथ लेकर टीम को एकजुट रखा।
हरमनप्रीत की बल्लेबाजी में तकनीक और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन है। स्पिनर्स को फुटवर्क से खेलना और पेस बॉलर्स पर स्लॉग शॉट्स में निपुणता उनकी विशेषता है। कप्तान के रूप में शांत लेकिन आक्रामक फैसले लेने की क्षमता उन्हें खास बनाती है।
2025 एशिया कप और 2026 महिला वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए हरमनप्रीत का यह फॉर्म भारतीय टीम के लिए अच्छा संकेत है। उनकी अगुवाई में भारतीय महिला क्रिकेट नई ऊंचाइयों को छू सकता है।
भारतीय महिला क्रिकेट के इस चेहरे ने अपने प्रदर्शन, नेतृत्व और निडरता से करोड़ों लड़कियों को प्रेरित किया है। 4000 रन और इंग्लैंड में सीरीज जीत उनके करियर की अविस्मरणीय उपलब्धियाँ हैं जो हमेशा याद रखी जाएंगी।