रात 3 बजे का सन्देश: एक डिजिटल रहस्य (Raat 3 Baje Ka Sandesh: Ek Digital Rahasya)

रात 3 बजे का मैसेज: एक डिजिटल थ्रिलर (Raat 3 Baje Ka Message)

आर्या की नींद अचानक खुली। रात के तीन बज रहे थे। उसका फोन बिस्तर के किनारे रखा था, स्क्रीन पर एक अनजान नंबर से मैसेज चमक रहा था। दिल में एक अजीब सी धड़कन हुई। कौन इतनी रात को मैसेज करेगा? उसने हिचकिचाते हुए फोन उठाया और मैसेज खोला।

मैसेज में सिर्फ एक शब्द लिखा था: 'देखो'।

आर्या डर गई। 'देखो'? क्या देखना है? उसने चारों ओर देखा, कमरा अंधेरे में डूबा हुआ था, सिवाय खिड़की से आ रही चाँदनी के। उसने तुरंत मैसेज भेजने वाले नंबर को ब्लॉक करने का सोचा, लेकिन फिर एक उत्सुकता ने उसे जकड़ लिया। क्या हो अगर यह कोई ज़रूरी बात हो? क्या हो अगर किसी को मदद की ज़रूरत हो?

वह धीरे से बिस्तर से उतरी और कमरे की लाइट जलाई। उसने मैसेज को दोबारा पढ़ा। 'देखो'। यह बहुत ही अजीब था। उसने अपने दोस्त, रोहन को मैसेज किया, जो एक हैकर था और साइबर सुरक्षा में माहिर था।

"रोहन, क्या तुम अभी ऑनलाइन हो? मुझे एक अजीब मैसेज आया है," उसने लिखा।

कुछ मिनटों बाद रोहन का जवाब आया, "क्या हुआ, आर्या? इतनी रात को?"

आर्या ने उसे मैसेज का स्क्रीनशॉट भेजा। "मुझे यह मैसेज एक अनजान नंबर से आया है। क्या तुम इस नंबर को ट्रेस कर सकते हो?"

रोहन ने तुरंत जवाब दिया, "मैं कोशिश करता हूँ। मुझे थोड़ा समय दो। पर आर्या, सावधान रहना। ऐसे मैसेज खतरनाक हो सकते हैं।"

आर्या बेचैनी से इंतज़ार करने लगी। उसने अपने लैपटॉप को खोला और उस नंबर के बारे में ऑनलाइन सर्च करने की कोशिश की, लेकिन उसे कोई जानकारी नहीं मिली। डर और उत्सुकता दोनों मिलकर उसे परेशान कर रहे थे।

कुछ देर बाद रोहन का मैसेज आया, "आर्या, मैंने नंबर ट्रेस कर लिया है। यह एक प्रीपेड सिम कार्ड है, जो कुछ घंटे पहले ही एक्टिवेट हुआ है। लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल है, लेकिन यह शहर के बाहरी इलाके से आ रहा है।"

"शहर के बाहरी इलाके? लेकिन कौन मुझे इस तरह मैसेज करेगा?" आर्या ने हैरानी से पूछा।

रोहन ने कहा, "मुझे नहीं पता, आर्या। लेकिन मेरा सुझाव है कि तुम पुलिस को इसकी सूचना दो। यह कोई मज़ाक नहीं लग रहा है।"

आर्या ने पुलिस को फोन किया और उन्हें सारी बात बताई। पुलिस ने उसे आश्वासन दिया कि वे मामले की जाँच करेंगे। लेकिन आर्या का डर कम नहीं हो रहा था। उसे लग रहा था कि कोई उसे देख रहा है।

अगली सुबह, आर्या को पुलिस स्टेशन से फोन आया। पुलिस इंस्पेक्टर ने बताया कि उन्होंने उस नंबर को ट्रेस कर लिया है और उस इलाके में एक लावारिस कार मिली है। कार में कुछ संदिग्ध चीजें मिली हैं और वे आर्या से कुछ सवाल पूछना चाहते हैं।

आर्या पुलिस स्टेशन गई और इंस्पेक्टर को सारी बात बताई। इंस्पेक्टर ने उसे बताया कि कार में एक लैपटॉप मिला है, जिसमें आर्या की तस्वीरें और उसके बारे में कुछ जानकारी मिली है। यह स्पष्ट था कि कोई उसे स्टॉक कर रहा था।

आर्या डर से काँपने लगी। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि उसके साथ ऐसा क्यों हो रहा है। इंस्पेक्टर ने उसे आश्वासन दिया कि वे उसे सुरक्षा प्रदान करेंगे और जल्द ही अपराधी को पकड़ लेंगे।

कुछ दिनों बाद, पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया, जो आर्या को मैसेज भेज रहा था। वह आर्या का एक पूर्व सहकर्मी था, जिसे आर्या ने कुछ साल पहले नौकरी से निकाल दिया था। वह आर्या से बदला लेना चाहता था।

आर्या ने राहत की सांस ली। वह जानती थी कि अब वह सुरक्षित है। लेकिन उस रात 3 बजे के मैसेज ने उसे हमेशा के लिए बदल दिया था। उसने साइबर सुरक्षा के बारे में और अधिक जानने का फैसला किया और दूसरों को भी इसके बारे में जागरूक करने का संकल्प लिया। रात के तीन बजे का वह संदेश, एक डरावना अनुभव होने के साथ-साथ, उसके जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ भी साबित हुआ।

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